2025-06-22 05:06:17
Verse 1
छूटी हवाओं में ख्वाब मेरा बहता है
हर सूनी शाम तेरी यादों में रहता है
चंदनी की चुप्पी में एक साज सा बसा
रूठे पलों की धुन दिल में कहीं बसा
Chorus
खोए लम्हों की तन्हाई, तेरी आवाज़ बुलाए
साफ साए में छुपी ये, कोमल कोई दुआएं
छूते चले हैं गीत तेरे, सर्द हवा के संग
मौन रातों में बिखरे हैं, अधूरे से रंग
Verse 2
तितली सी आहट है नर्म घटाओं में
बीती कहानियाँ बहती हवाओं में
जगती उम्मीदें सपनों से भी आगे
तेरा नाम लिखा है हर भीगे काग़ज़ पे
Chorus
खोए लम्हों की तन्हाई, तेरी आवाज़ बुलाए
साफ साए में छुपी ये, कोमल कोई दुआएं
छूते चले हैं गीत तेरे, सर्द हवा के संग
मौन रातों में बिखरे हैं, अधूरे से रंग
Bridge
झील की गहराइयों में तेरा अक्स मिल जाए
सिलसिलों की इस चुप्पी में तू फिर गा जाए
Chorus
खोए लम्हों की तन्हाई, तेरी आवाज़ बुलाए
साफ साए में छुपी ये, कोमल कोई दुआएं
छूते चले हैं गीत तेरे, सर्द हवा के संग
मौन रातों में बिखरे हैं, आसमां के रंग