2025-06-17 05:06:32
Verse 1
तेरी साँसों में बसी तन्हाई की ख्वाहिश
चाँदनी के नीचे तू आग सी लग रही
चुपचाप चला आए डर की आवाज़ों में
दिल की दीवारों पे नाम मेरा लिख रही
Chorus
चलो जलती रातें, सो ना पाए
रूबरू सपनों से, पंख बंध जाए
आँखों की राख से, एक जूनून आए
चलो जलती रातें, सो ना पाए
Verse 2
हाथों में कंगन जैसे वादे तूटे हैं
क़दमों की महफिल में वक़्त भी रूठे हैं
लब छूते आंधी सी, किस्मत की चालें
रातों का राज़ कोई, दिल से पूछे हैं
Chorus
चलो जलती रातें, सो ना पाए
रूबरू सपनों से, पंख बंध जाए
आँखों की राख से, एक जूनून आए
चलो जलती रातें, सो ना पाए
Bridge
तू रहस्य कोई, कहानी आधी
तेरे रंग उजाले, स्याह स्याही
जगाऊँ अंगारे, सीने में छुपी
Chorus
चलो जलती रातें, सो ना पाए
रूबरू सपनों से, पंख बंध जाए
आँखों की राख से, एक जूनून आए
चलो जलती रातें, दिल बहकाए